महाभारतम् — 1.150.1
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच करिष्य इति भीमेन प्रतिज्ञाते तु भारत आजग्मुः ते ततः सर्वे भैक्षम् आदाय पाण्डवाः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| करिष्य | कृ | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| इति | इति | pos=i |
| भीमेन | भीम | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| प्रतिज्ञाते | प्रतिज्ञा | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
| तु | तु | pos=i |
| भारत | भारत | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| आजग्मुः | आगम् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| ततः | ततस् | pos=i |
| सर्वे | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| भैक्षम् | भैक्ष | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| आदाय | आदा | pos=vi |
| पाण्डवाः | पाण्डव | pos=n,g=m,c=1,n=p |