महाभारतम् — 1.156.9
Original
Segmented
युधिष्ठिर उवाच भवत्या यन् मतम् कार्यम् तद् अस्माकम् परम् हितम् अनुजान् तु न जानामि गच्छेयुः न इति वा पुनः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| भवत्या | भवती | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| यन् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| मतम् | मन् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| कार्यम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अस्माकम् | मद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
| परम् | पर | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| हितम् | हित | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| अनुजान् | अनुज | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| तु | तु | pos=i |
| न | न | pos=i |
| जानामि | ज्ञा | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| गच्छेयुः | गम् | pos=v,p=3,n=p,l=vidhilin |
| न | न | pos=i |
| इति | इति | pos=i |
| वा | वा | pos=i |
| पुनः | पुनर् | pos=i |