महाभारतम् — 1.160.1
Original
Segmented
अर्जुन उवाच तापत्य इति यद् वाक्यम् उक्तवान् असि माम् इह तद् अहम् ज्ञातुम् इच्छामि तापत्य-अर्थ-विनिश्चयम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अर्जुन | अर्जुन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| तापत्य | तापत्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| यद् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| उक्तवान् | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| असि | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| इह | इह | pos=i |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| ज्ञातुम् | ज्ञा | pos=vi |
| इच्छामि | इष् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| तापत्य | तापत्य | pos=n,comp=y |
| अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
| विनिश्चयम् | विनिश्चय | pos=n,g=m,c=2,n=s |