महाभारतम् — 1.160.35
Original
Segmented
त्वम् हि सर्व-अनवद्य-अङ्गी सर्व-आभरण-भूषिता विभूषणम् इव एतेषाम् भूषणानाम् अभीप्सितम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
| अनवद्य | अनवद्य | pos=a,comp=y |
| अङ्गी | अङ्ग | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
| आभरण | आभरण | pos=n,comp=y |
| भूषिता | भूषय् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| विभूषणम् | विभूषण | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| एतेषाम् | एतद् | pos=n,g=n,c=6,n=p |
| भूषणानाम् | भूषण | pos=n,g=n,c=6,n=p |
| अभीप्सितम् | अभीप्सित | pos=a,g=n,c=1,n=s |