महाभारतम् — 1.161.11
Original
Segmented
न हि अहम् त्वद् ऋते भीरु शक्ष्ये जीवितुम् आत्मना तस्मात् कुरु विशाल-अक्षि मयि अनुक्रोशम् अङ्गने
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| न | न | pos=i |
| हि | हि | pos=i |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| त्वद् | त्वद् | pos=n,g=,c=5,n=s |
| ऋते | ऋते | pos=i |
| भीरु | भीरु | pos=a,g=f,c=8,n=s |
| शक्ष्ये | शक् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| जीवितुम् | जीव् | pos=vi |
| आत्मना | आत्मन् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| तस्मात् | तद् | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| कुरु | कृ | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| विशाल | विशाल | pos=a,comp=y |
| अक्षि | अक्ष | pos=a,g=f,c=8,n=s |
| मयि | मद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
| अनुक्रोशम् | अनुक्रोश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अङ्गने | अङ्गना | pos=n,g=f,c=8,n=s |