महाभारतम् — 1.161.12
Original
Segmented
भक्तम् माम् असित-अपाङ्गे न परित्यक्तुम् अर्हसि त्वम् हि माम् प्रीति-योगेन त्रातुम् अर्हसि भामिनि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| भक्तम् | भक्त | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| असित | असित | pos=a,comp=y |
| अपाङ्गे | अपाङ्ग | pos=n,g=f,c=8,n=s |
| न | न | pos=i |
| परित्यक्तुम् | परित्यज् | pos=vi |
| अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| प्रीति | प्रीति | pos=n,comp=y |
| योगेन | योग | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| त्रातुम् | त्रा | pos=vi |
| अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| भामिनि | भामिनी | pos=n,g=f,c=8,n=s |