महाभारतम् — 1.161.5
Original
Segmented
एवम् उक्तो ऽथ नृपतिः वाचा मधुरया तदा ददर्श विपुल-श्रोणीम् ताम् एव अभिमुखे स्थिताम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| एवम् | एवम् | pos=i |
| उक्तो | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| ऽथ | अथ | pos=i |
| नृपतिः | नृपति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वाचा | वाच् | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| मधुरया | मधुर | pos=a,g=f,c=3,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |
| ददर्श | दृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| विपुल | विपुल | pos=a,comp=y |
| श्रोणीम् | श्रोणी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| ताम् | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| अभिमुखे | अभिमुख | pos=a,g=n,c=7,n=s |
| स्थिताम् | स्था | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |