महाभारतम् — 1.165.23
Original
Segmented
आगम् अभिमुखी पार्थ तस्थौ भगवत्-उन्मुखी भृशम् च ताडय् अपि न जगाम आश्रमात् ततः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| आगम् | आगम् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=krtya |
| अभिमुखी | अभिमुख | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| पार्थ | पार्थ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| तस्थौ | स्था | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| भगवत् | भगवत् | pos=a,comp=y |
| उन्मुखी | उन्मुख | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| भृशम् | भृशम् | pos=i |
| च | च | pos=i |
| ताडय् | ताडय् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| अपि | अपि | pos=i |
| न | न | pos=i |
| जगाम | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| आश्रमात् | आश्रम | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| ततः | ततस् | pos=i |