महाभारतम् — 1.165.24
Original
Segmented
वसिष्ठ उवाच शृणोमि ते रवम् भद्रे विनदन्त्याः पुनः पुनः मे नन्दि क्षमावान् ब्राह्मणो हि अहम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वसिष्ठ | वसिष्ठ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| शृणोमि | श्रु | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| रवम् | रव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| भद्रे | भद्र | pos=a,g=f,c=8,n=s |
| विनदन्त्याः | विनद् | pos=va,g=f,c=6,n=s,f=part |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| नन्दि | नन्दी | pos=n,g=f,c=8,n=s |
| क्षमावान् | क्षमावत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| ब्राह्मणो | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |