महाभारतम् — 1.167.1
Original
Segmented
गन्धर्व उवाच ततो दृष्ट्वा आश्रम-पदम् रहितम् तैः सुतैः मुनिः निर्जगाम सु दुःख-आर्तः पुनः एव आश्रमात् ततः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| गन्धर्व | गन्धर्व | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| ततो | ततस् | pos=i |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| आश्रम | आश्रम | pos=n,comp=y |
| पदम् | पद | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| रहितम् | रहित | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| तैः | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| सुतैः | सुत | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| मुनिः | मुनि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| निर्जगाम | निर्गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| सु | सु | pos=i |
| दुःख | दुःख | pos=n,comp=y |
| आर्तः | आर्त | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| आश्रमात् | आश्रम | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| ततः | ततस् | pos=i |