महाभारतम् — 1.171.11
Original
Segmented
जानन्न् अपि च यः पापम् शक्तिमान् न नियच्छति ईशः सन् सो ऽपि तेन एव कर्मणा सम्प्रयुज्यते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| जानन्न् | ज्ञा | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| अपि | अपि | pos=i |
| च | च | pos=i |
| यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| पापम् | पाप | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| शक्तिमान् | शक्तिमत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| नियच्छति | नियम् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| ईशः | ईश | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| सन् | अस् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽपि | अपि | pos=i |
| तेन | तद् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| कर्मणा | कर्मन् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| सम्प्रयुज्यते | सम्प्रयुज् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |