महाभारतम् — 1.174.2
Original
Segmented
गन्धर्व उवाच यवीयान् देवलस्य एष वने भ्राता तपस्यति धौम्य उत्कोचके तीर्थे तम् वृणुध्वम् यदि इच्छथ
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| गन्धर्व | गन्धर्व | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| यवीयान् | यवीयस् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| देवलस्य | देवल | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| एष | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वने | वन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| भ्राता | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तपस्यति | तपस्य् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| धौम्य | धौम्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उत्कोचके | उत्कोचक | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| तीर्थे | तीर्थ | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| वृणुध्वम् | वृ | pos=v,p=2,n=p,l=lot |
| यदि | यदि | pos=i |
| इच्छथ | इष् | pos=v,p=2,n=p,l=lat |