महाभारतम् — 1.176.25
Original
Segmented
महा-प्रसादान् ब्रह्मण्यान् स्व-राष्ट्र-परिरक्षिन् प्रियान् सर्वस्य लोकस्य सुकृतैः कर्मभिः शुभैः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| प्रसादान् | प्रसाद | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| ब्रह्मण्यान् | ब्रह्मण्य | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| स्व | स्व | pos=a,comp=y |
| राष्ट्र | राष्ट्र | pos=n,comp=y |
| परिरक्षिन् | परिरक्षिन् | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| प्रियान् | प्रिय | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| सर्वस्य | सर्व | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| लोकस्य | लोक | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| सुकृतैः | सुकृत | pos=a,g=n,c=3,n=p |
| कर्मभिः | कर्मन् | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| शुभैः | शुभ | pos=a,g=n,c=3,n=p |