महाभारतम् — 1.18.8
Original
Segmented
सर्प-सत्त्रे वर्तमाने पावको वः प्रधक्ष्यति जनमेजयस्य राजर्षेः पाण्डवेयस्य धीमतः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सर्प | सर्प | pos=n,comp=y |
| सत्त्रे | सत्त्र | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| वर्तमाने | वृत् | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
| पावको | पावक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वः | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=p |
| प्रधक्ष्यति | प्रदह् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
| जनमेजयस्य | जनमेजय | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| राजर्षेः | राजर्षि | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| पाण्डवेयस्य | पाण्डवेय | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| धीमतः | धीमत् | pos=a,g=m,c=6,n=s |