महाभारतम् — 1.181.15
Original
Segmented
कर्ण उवाच तुष्यामि ते विप्र-मुख्यैः भुज-वीर्यस्य संयुगे अविषादस्य च एव अस्य शस्त्र-अस्त्र-विनयस्य च
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कर्ण | कर्ण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| तुष्यामि | तुष् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| विप्र | विप्र | pos=n,comp=y |
| मुख्यैः | मुख्य | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| भुज | भुज | pos=n,comp=y |
| वीर्यस्य | वीर्य | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| संयुगे | संयुग | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| अविषादस्य | अविषाद | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| शस्त्र | शस्त्र | pos=n,comp=y |
| अस्त्र | अस्त्र | pos=n,comp=y |
| विनयस्य | विनय | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| च | च | pos=i |