महाभारतम् — 1.184.4
Original
Segmented
ततस् तु कुन्ती द्रुपद-आत्मजाम् ताम् उवाच काले वचनम् वदान्या अतो ऽग्रम् आदाय कुरुष्व भद्रे बलिम् च विप्राय च देहि भिक्षाम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ततस् | ततस् | pos=i |
| तु | तु | pos=i |
| कुन्ती | कुन्ती | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| द्रुपद | द्रुपद | pos=n,comp=y |
| आत्मजाम् | आत्मजा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| ताम् | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| काले | काल | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| वदान्या | वदान्य | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| अतो | अतस् | pos=i |
| ऽग्रम् | अग्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| आदाय | आदा | pos=vi |
| कुरुष्व | कृ | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| भद्रे | भद्र | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| बलिम् | बलि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| विप्राय | विप्र | pos=n,g=m,c=4,n=s |
| च | च | pos=i |
| देहि | दा | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| भिक्षाम् | भिक्षा | pos=n,g=f,c=2,n=s |