महाभारतम् — 1.187.32
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच ते समेत्य ततः सर्वे कथयन्ति स्म भारत अथ द्वैपायनो राजन्न् अभ्यागच्छद् यदृच्छया
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| समेत्य | समे | pos=vi |
| ततः | ततस् | pos=i |
| सर्वे | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| कथयन्ति | कथय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| स्म | स्म | pos=i |
| भारत | भारत | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| अथ | अथ | pos=i |
| द्वैपायनो | द्वैपायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| राजन्न् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| अभ्यागच्छद् | अभ्यागम् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| यदृच्छया | यदृच्छा | pos=n,g=f,c=3,n=s |