महाभारतम् — 1.188.13
Original
Segmented
युधिष्ठिर उवाच न मे वाग् अनृतम् प्राह न अधर्मे धीयते मतिः वर्तते हि मनो मे ऽत्र न एष ऽधर्मः कथंचन
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| न | न | pos=i |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| वाग् | वाच् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| अनृतम् | अनृत | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| प्राह | प्राह् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| न | न | pos=i |
| अधर्मे | अधर्म | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| धीयते | धा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| मतिः | मति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| वर्तते | वृत् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| हि | हि | pos=i |
| मनो | मनस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| ऽत्र | अत्र | pos=i |
| न | न | pos=i |
| एष | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽधर्मः | अधर्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| कथंचन | कथंचन | pos=i |