महाभारतम् — 1.189.17
Original
Segmented
यदा तु पर्याप्तम् इह अस्य क्रीडया तदा देवीम् रुदतीम् ताम् उवाच आनीयताम् एष यतो ऽहम् आरान् माम् एनम् दर्पः पुनः अपि आविशेत
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यदा | यदा | pos=i |
| तु | तु | pos=i |
| पर्याप्तम् | पर्याप् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| इह | इह | pos=i |
| अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| क्रीडया | क्रीडा | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |
| देवीम् | देवी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| रुदतीम् | रुद् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
| ताम् | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| आनीयताम् | आनी | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| एष | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| यतो | यतस् | pos=i |
| ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| आरान् | आरात् | pos=i |
| माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| एनम् | एनद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| दर्पः | दर्प | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| आविशेत | आविश् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |