महाभारतम् — 1.2.102
Original
Segmented
यत्र द्यूत-अर्णवे मग्नान् द्रौपदी नौः इव अर्णवात् तारयामास तान् तीर्णान् ज्ञात्वा दुर्योधनो नृपः पुनः एव ततो द्यूते समाह्वयत पाण्डवान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यत्र | यत्र | pos=i |
| द्यूत | द्यूत | pos=n,comp=y |
| अर्णवे | अर्णव | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| मग्नान् | मज्ज् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| द्रौपदी | द्रौपदी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| नौः | नौ | pos=n,g=,c=1,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| अर्णवात् | अर्णव | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| तारयामास | तारय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| तीर्णान् | तृ | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| ज्ञात्वा | ज्ञा | pos=vi |
| दुर्योधनो | दुर्योधन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| नृपः | नृप | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| ततो | ततस् | pos=i |
| द्यूते | द्यूत | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| समाह्वयत | समाह्वा | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| पाण्डवान् | पाण्डव | pos=n,g=m,c=2,n=p |