महाभारतम् — 1.2.104
Original
Segmented
श्लोकानाम् द्वे सहस्रे तु पञ्च श्लोक-शतानि च श्लोकाः च एकादश ज्ञेयाः पर्वणि अस्मिन् प्रकीर्तिताः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| श्लोकानाम् | श्लोक | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| द्वे | द्वि | pos=n,g=n,c=1,n=d |
| सहस्रे | सहस्र | pos=n,g=n,c=1,n=d |
| तु | तु | pos=i |
| पञ्च | पञ्चन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| श्लोक | श्लोक | pos=n,comp=y |
| शतानि | शत | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| श्लोकाः | श्लोक | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| एकादश | एकादशन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| ज्ञेयाः | ज्ञा | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=krtya |
| पर्वणि | पर्वन् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| अस्मिन् | इदम् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| प्रकीर्तिताः | प्रकीर्तय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |