महाभारतम् — 1.2.105
Original
Segmented
अतः परम् तृतीयम् तु ज्ञेयम् आरण्यकम् महत् पौर-अनुगमनम् च एव धर्मपुत्रस्य धीमतः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अतः | अतस् | pos=i |
| परम् | पर | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| तृतीयम् | तृतीय | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| ज्ञेयम् | ज्ञा | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
| आरण्यकम् | आरण्यक | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| महत् | महत् | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| पौर | पौर | pos=n,comp=y |
| अनुगमनम् | अनुगमन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| धर्मपुत्रस्य | धर्मपुत्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| धीमतः | धीमत् | pos=a,g=m,c=6,n=s |