महाभारतम् — 1.2.160
Original
Segmented
द्रोणपर्व ततस् चित्रम् बहु-वृत्तान्तम् उच्यते यत्र संशप्तकाः पार्थम् अपनिन्यू रण-अजिरात्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| द्रोणपर्व | द्रोणपर्वन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| ततस् | ततस् | pos=i |
| चित्रम् | चित्र | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| बहु | बहु | pos=a,comp=y |
| वृत्तान्तम् | वृत्तान्त | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| उच्यते | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| यत्र | यत्र | pos=i |
| संशप्तकाः | संशप्तक | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| पार्थम् | पार्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अपनिन्यू | अपनी | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| रण | रण | pos=n,comp=y |
| अजिरात् | अजिर | pos=n,g=n,c=5,n=s |