महाभारतम् — 1.2.169
Original
Segmented
अतः परम् कर्णपर्व प्रोच्यते परम-अद्भुतम् सारथ्ये विनियोगः च मद्र-राजस्य धीमतः आख्यातम् यत्र पौराणम् त्रिपुरस्य निपातनम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अतः | अतस् | pos=i |
| परम् | पर | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| कर्णपर्व | कर्णपर्वन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| प्रोच्यते | प्रवच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| परम | परम | pos=a,comp=y |
| अद्भुतम् | अद्भुत | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| सारथ्ये | सारथ्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| विनियोगः | विनियोग | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| मद्र | मद्र | pos=n,comp=y |
| राजस्य | राज | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| धीमतः | धीमत् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
| आख्यातम् | आख्या | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| यत्र | यत्र | pos=i |
| पौराणम् | पौराण | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| त्रिपुरस्य | त्रिपुर | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| निपातनम् | निपातन | pos=n,g=n,c=1,n=s |