महाभारतम् — 1.2.185
Original
Segmented
भीमसेन-भयात् यत्र दैवेन अभिप्रचोदितः अपाण्डवाय इति रुषा द्रौणिः अस्त्रम् अवासृजत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| भीमसेन | भीमसेन | pos=n,comp=y |
| भयात् | भय | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| यत्र | यत्र | pos=i |
| दैवेन | दैव | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| अभिप्रचोदितः | अभिप्रचोदय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| अपाण्डवाय | अपाण्डव | pos=a,g=m,c=4,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| रुषा | रुष् | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| द्रौणिः | द्रौणि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अस्त्रम् | अस्त्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अवासृजत् | अवसृज् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |