महाभारतम् — 1.2.38
Original
Segmented
अर्जुनस्य वने वासः सुभद्रा-हरणम् ततः सुभद्रा-हरणात् ऊर्ध्वम् ज्ञेयम् हरणहारिकम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अर्जुनस्य | अर्जुन | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| वने | वन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| वासः | वास | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| सुभद्रा | सुभद्रा | pos=n,comp=y |
| हरणम् | हरण | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| ततः | ततस् | pos=i |
| सुभद्रा | सुभद्रा | pos=n,comp=y |
| हरणात् | हरण | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| ऊर्ध्वम् | ऊर्ध्वम् | pos=i |
| ज्ञेयम् | ज्ञा | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
| हरणहारिकम् | हरणहारिक | pos=n,g=n,c=1,n=s |