महाभारतम् — 1.2.47
Original
Segmented
द्रौपदीहरणम् पर्व सैन्धवेन वनात् ततः कुण्डल-आहरणम् पर्व ततः परम् इह उच्यते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| द्रौपदीहरणम् | द्रौपदीहरण | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| पर्व | पर्वन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| सैन्धवेन | सैन्धव | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| वनात् | वन | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| ततः | ततस् | pos=i |
| कुण्डल | कुण्डल | pos=n,comp=y |
| आहरणम् | आहरण | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| पर्व | पर्वन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| ततः | ततस् | pos=i |
| परम् | पर | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| इह | इह | pos=i |
| उच्यते | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |