महाभारतम् — 1.201.22
Original
Segmented
त्रैलोक्य-विजय-अर्थाय भवद्भ्याम् आस्थितम् तपः हेतुना अनेन दैत्य-इन्द्रौ न वाम् कामम् करोमि अहम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| त्रैलोक्य | त्रैलोक्य | pos=n,comp=y |
| विजय | विजय | pos=n,comp=y |
| अर्थाय | अर्थ | pos=n,g=m,c=4,n=s |
| भवद्भ्याम् | भवत् | pos=a,g=m,c=3,n=d |
| आस्थितम् | आस्था | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| तपः | तपस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| हेतुना | हेतु | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| अनेन | इदम् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| दैत्य | दैत्य | pos=n,comp=y |
| इन्द्रौ | इन्द्र | pos=n,g=m,c=8,n=d |
| न | न | pos=i |
| वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=d |
| कामम् | काम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| करोमि | कृ | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |