महाभारतम् — 1.203.13
Original
Segmented
कोटिशस् च अपि रत्नानि तस्या गात्रे न्यवेशयत् ताम् रत्न-संघात-मयीम् असृजद् देव-रूपिणीम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कोटिशस् | कोटिशस् | pos=i |
| च | च | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| रत्नानि | रत्न | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| तस्या | तद् | pos=n,g=f,c=6,n=s |
| गात्रे | गात्र | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| न्यवेशयत् | निवेशय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| ताम् | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| रत्न | रत्न | pos=n,comp=y |
| संघात | संघात | pos=n,comp=y |
| मयीम् | मय | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| असृजद् | सृज् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| देव | देव | pos=n,comp=y |
| रूपिणीम् | रूपिन् | pos=a,g=f,c=2,n=s |