महाभारतम् — 1.204.3
Original
Segmented
यदा न प्रतिषेद्धृ तयोः सन्ति इह केचन निरुद्योगौ तदा भूत्वा विजह्राते अमरौ इव
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यदा | यदा | pos=i |
| न | न | pos=i |
| प्रतिषेद्धृ | प्रतिषेद्धृ | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| तयोः | तद् | pos=n,g=m,c=7,n=d |
| सन्ति | अस् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| इह | इह | pos=i |
| केचन | कश्चन | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| निरुद्योगौ | निरुद्योग | pos=a,g=m,c=1,n=d |
| तदा | तदा | pos=i |
| भूत्वा | भू | pos=vi |
| विजह्राते | विहृ | pos=v,p=3,n=d,l=lit |
| अमरौ | अमर | pos=n,g=m,c=1,n=d |
| इव | इव | pos=i |