महाभारतम् — 1.205.17
Original
Segmented
अनुप्रवेशे राज्ञः तु वन-वासः भवेन् मम अधर्मो वा महान् अस्तु वने वा मरणम् मम शरीरस्य अपि नाशेन धर्म एव विशिष्यते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अनुप्रवेशे | अनुप्रवेश | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| राज्ञः | राजन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| वन | वन | pos=n,comp=y |
| वासः | वास | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| भवेन् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| अधर्मो | अधर्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वा | वा | pos=i |
| महान् | महत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| अस्तु | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| वने | वन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| वा | वा | pos=i |
| मरणम् | मरण | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| शरीरस्य | शरीर | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| नाशेन | नाश | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| धर्म | धर्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| विशिष्यते | विशिष् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |