महाभारतम् — 1.206.31
Original
Segmented
दीनान् अनाथान् कौन्तेय परिरक्षसि नित्यशः सा अहम् शरणम् अभ्येमि रोरवीमि च दुःखिता
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| दीनान् | दीन | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| अनाथान् | अनाथ | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| कौन्तेय | कौन्तेय | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| परिरक्षसि | परिरक्ष् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| नित्यशः | नित्यशस् | pos=i |
| सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| शरणम् | शरण | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अभ्येमि | अभी | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| रोरवीमि | रोरो | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| च | च | pos=i |
| दुःखिता | दुःखित | pos=a,g=f,c=1,n=s |