महाभारतम् — 1.206.32
Original
Segmented
याचे त्वाम् अभिकामा अहम् तस्मात् कुरु मम प्रियम् स त्वम् आत्म-प्रदाना स कामाम् कर्तुम् अर्हसि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| याचे | याच् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| अभिकामा | अभिकाम | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
| कुरु | कृ | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| प्रियम् | प्रिय | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| आत्म | आत्मन् | pos=n,comp=y |
| प्रदाना | प्रदान | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| स | स | pos=i |
| कामाम् | काम | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| कर्तुम् | कृ | pos=vi |
| अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |