महाभारतम् — 1.21.17
Original
Segmented
त्वम् विप्रैः सततम् इह इज्यसे फल-अर्थम् वेदाङ्गेषु अतुल-बल-ओघैः गीयसे च त्वद्-हेतोः यजन-परायणाः द्विजेन्द्रा वेदाङ्गानि अभिगमयन्ति सर्व-वेदैः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| विप्रैः | विप्र | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| सततम् | सततम् | pos=i |
| इह | इह | pos=i |
| इज्यसे | यज् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| फल | फल | pos=n,comp=y |
| अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| वेदाङ्गेषु | वेदाङ्ग | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| अतुल | अतुल | pos=a,comp=y |
| बल | बल | pos=n,comp=y |
| ओघैः | ओघ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| गीयसे | गा | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| च | च | pos=i |
| त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
| हेतोः | हेतु | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| यजन | यजन | pos=n,comp=y |
| परायणाः | परायण | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| द्विजेन्द्रा | द्विजेन्द्र | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| वेदाङ्गानि | वेदाङ्ग | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| अभिगमयन्ति | अभिगमय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
| वेदैः | वेद | pos=n,g=m,c=3,n=p |