महाभारतम् — 1.213.1
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच उक्तवन्तो यदा वाक्यम् असकृत् सर्व-वृष्णयः ततो ऽब्रवीद् वासुदेवो वाक्यम् धर्म-अर्थ-संहितम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| उक्तवन्तो | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| यदा | यदा | pos=i |
| वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| असकृत् | असकृत् | pos=i |
| सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
| वृष्णयः | वृष्णि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| ततो | ततस् | pos=i |
| ऽब्रवीद् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| वासुदेवो | वासुदेव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
| अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
| संहितम् | संधा | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |