महाभारतम् — 1.214.25
Original
Segmented
वेणु-वीणा-मृदङ्गानाम् मनोज्ञानाम् च सर्वशः शब्देन आपूर्यते ह स्म तद् वनम् सुसमृद्धिमत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वेणु | वेणु | pos=n,comp=y |
| वीणा | वीणा | pos=n,comp=y |
| मृदङ्गानाम् | मृदङ्ग | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| मनोज्ञानाम् | मनोज्ञ | pos=a,g=m,c=6,n=p |
| च | च | pos=i |
| सर्वशः | सर्वशस् | pos=i |
| शब्देन | शब्द | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| आपूर्यते | आपूरय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| ह | ह | pos=i |
| स्म | स्म | pos=i |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| वनम् | वन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| सुसमृद्धिमत् | सुसमृद्धिमत् | pos=a,g=n,c=1,n=s |