महाभारतम् — 1.22.1
Original
Segmented
सूत उवाच एवम् स्तुतः तदा कद्र्वा भगवान् हरिवाहनः नील-जीमूत-संघातैः व्योम सर्वम् समावृणोत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सूत | सूत | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| स्तुतः | स्तु | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| तदा | तदा | pos=i |
| कद्र्वा | कद्रु | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| भगवान् | भगवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| हरिवाहनः | हरिवाहन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| नील | नील | pos=a,comp=y |
| जीमूत | जीमूत | pos=n,comp=y |
| संघातैः | संघात | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| व्योम | व्योमन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| समावृणोत् | समावृ | pos=v,p=3,n=s,l=lan |