महाभारतम् — 1.25.4
Original
Segmented
गरुड उवाच एताम् अपि निषादीम् त्वम् परिगृह्य आशु निष्पत तूर्णम् संभावय आत्मानम् अजीर्णम् मम तेजसा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| गरुड | गरुड | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| एताम् | एतद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| निषादीम् | निषादी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| त्वम् | त्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| परिगृह्य | परिग्रह् | pos=vi |
| आशु | आशु | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| निष्पत | निष्पत् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| तूर्णम् | तूर्ण | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| संभावय | सम्भावय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| आत्मानम् | आत्मन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अजीर्णम् | अजीर्ण | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| तेजसा | तेजस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |