महाभारतम् — 1.27.9
Original
Segmented
प्रलीनान् स्वेषु इव अङ्गेषु निराहारान् तपोधनान् क्लिश्यमानान् मन्द-बलान् गोष्पदे संप्लुत-उदके
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| प्रलीनान् | प्रली | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| स्वेषु | स्व | pos=a,g=n,c=7,n=p |
| इव | इव | pos=i |
| अङ्गेषु | अङ्ग | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| निराहारान् | निराहार | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| तपोधनान् | तपोधन | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| क्लिश्यमानान् | क्लिश् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| मन्द | मन्द | pos=a,comp=y |
| बलान् | बल | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| गोष्पदे | गोष्पद | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| संप्लुत | सम्प्लु | pos=va,comp=y,f=part |
| उदके | उदक | pos=n,g=n,c=7,n=s |