महाभारतम् — 1.28.14
Original
Segmented
विनर्दन्न् इव च आकाशे वैनतेयः प्रतापवान् पक्षाभ्याम् उरसा च एव समन्ताद् व्याक्षिपत् सुरान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| विनर्दन्न् | विनर्द् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| इव | इव | pos=i |
| च | च | pos=i |
| आकाशे | आकाश | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| वैनतेयः | वैनतेय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| प्रतापवान् | प्रतापवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| पक्षाभ्याम् | पक्ष | pos=n,g=m,c=3,n=d |
| उरसा | उरस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| समन्ताद् | समन्तात् | pos=i |
| व्याक्षिपत् | व्याक्षिप् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| सुरान् | सुर | pos=n,g=m,c=2,n=p |