महाभारतम् — 1.3.1
Original
Segmented
सूत उवाच जनमेजयः पारिक्षितः सह भ्रातृभिः कुरुक्षेत्रे दीर्घ-सत्त्रम् उपास्ते तस्य भ्रातरस् त्रयः श्रुतसेन उग्रसेनो भीमसेन इति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सूत | सूत | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| जनमेजयः | जनमेजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| पारिक्षितः | पारिक्षित | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| सह | सह | pos=i |
| भ्रातृभिः | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| कुरुक्षेत्रे | कुरुक्षेत्र | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| दीर्घ | दीर्घ | pos=a,comp=y |
| सत्त्रम् | सत्त्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| उपास्ते | उपास् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| भ्रातरस् | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| त्रयः | त्रि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| श्रुतसेन | श्रुतसेन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उग्रसेनो | उग्रसेन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| भीमसेन | भीमसेन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |