महाभारतम् — 1.3.115
Original
Segmented
अथ उत्तङ्कः तथा इति उक्त्वा प्राच्-मुखः उपविश्य सु प्रक्षालित-पाणि-पाद-वदनः ऽशब्दाभिः हृदयंगमाभिः अद्भिः उपस्पृश्य त्रिः पीत्वा द्विः परिमृज्य खान्य् अद्भिः उपस्पृश्य अन्तःपुरम् प्रविश्य ताम् क्षत्रियाम् अपश्यत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अथ | अथ | pos=i |
| उत्तङ्कः | उत्तङ्क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तथा | तथा | pos=i |
| इति | इति | pos=i |
| उक्त्वा | वच् | pos=vi |
| प्राच् | प्राञ्च् | pos=a,comp=y |
| मुखः | मुख | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उपविश्य | उपविश् | pos=vi |
| सु | सु | pos=i |
| प्रक्षालित | प्रक्षालय् | pos=va,comp=y,f=part |
| पाणि | पाणि | pos=n,comp=y |
| पाद | पाद | pos=n,comp=y |
| वदनः | वदन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽशब्दाभिः | अशब्द | pos=a,g=f,c=3,n=p |
| हृदयंगमाभिः | हृदयंगम | pos=a,g=f,c=3,n=p |
| अद्भिः | अप् | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| उपस्पृश्य | उपस्पृश् | pos=vi |
| त्रिः | त्रिस् | pos=i |
| पीत्वा | पा | pos=vi |
| द्विः | द्विस् | pos=i |
| परिमृज्य | परिमृज् | pos=vi |
| खान्य् | ख | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| अद्भिः | अप् | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| उपस्पृश्य | उपस्पृश् | pos=vi |
| अन्तःपुरम् | अन्तःपुर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| प्रविश्य | प्रविश् | pos=vi |
| ताम् | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| क्षत्रियाम् | क्षत्रिया | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| अपश्यत् | पश् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |