महाभारतम् — 1.3.138
Original
Segmented
प्रविश्य च नाग-लोकम् स्व-भवनम् अगच्छत् तम् उत्तङ्को ऽन्वाविवेश तेन एव बिलेन प्रविश्य च नागान् अस्तुवद् एभिः श्लोकैः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| प्रविश्य | प्रविश् | pos=vi |
| च | च | pos=i |
| नाग | नाग | pos=n,comp=y |
| लोकम् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| स्व | स्व | pos=a,comp=y |
| भवनम् | भवन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अगच्छत् | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| उत्तङ्को | उत्तङ्क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽन्वाविवेश | अन्वाविश् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| तेन | तद् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| बिलेन | बिल | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| प्रविश्य | प्रविश् | pos=vi |
| च | च | pos=i |
| नागान् | नाग | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| अस्तुवद् | स्तु | pos=v,p=3,n=s,l=lun |
| एभिः | इदम् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| श्लोकैः | श्लोक | pos=n,g=m,c=3,n=p |