महाभारतम् — 1.3.20
Original
Segmented
स एकम् शिष्यम् आरुणिम् पाञ्चाल्यम् प्रेषयामास गच्छ केदारखण्डम् बधान इति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| एकम् | एक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| शिष्यम् | शिष्य | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| आरुणिम् | आरुणि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| पाञ्चाल्यम् | पाञ्चाल्य | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| प्रेषयामास | प्रेषय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| गच्छ | गम् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| केदारखण्डम् | केदारखण्ड | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| बधान | बन्ध् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| इति | इति | pos=i |