महाभारतम् — 1.3.24
Original
Segmented
ततः कदाचिद् उपाध्याय आयोदो धौम्यः शिष्यान् अपृच्छत् क्व आरुणिः पाञ्चाल्यो गत इति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ततः | ततस् | pos=i |
| कदाचिद् | कदाचिद् | pos=i |
| उपाध्याय | उपाध्याय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| आयोदो | आयोद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| धौम्यः | धौम्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| शिष्यान् | शिष्य | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| अपृच्छत् | प्रच्छ् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| क्व | क्व | pos=i |
| आरुणिः | आरुणि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| पाञ्चाल्यो | पाञ्चाल्य | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| गत | गम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| इति | इति | pos=i |