महाभारतम् — 1.3.69
Original
Segmented
तौ नासत्याव् अश्विनाव् आमहे वाम् स्रजम् च याम् बिभृथः तौ नासत्याव् अमृतौ ऋतावृधौ ऋते देवास् तत् प्रपदेन सूते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तौ | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=d |
| नासत्याव् | नासत्य | pos=n,g=m,c=2,n=d |
| अश्विनाव् | अश्विन् | pos=n,g=m,c=2,n=d |
| आमहे | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=d |
| वाम् | स्रज् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| स्रजम् | च | pos=i |
| च | यद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| याम् | भृ | pos=v,p=2,n=d,l=lat |
| बिभृथः | पुष्कर | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| तौ | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=d |
| नासत्याव् | नासत्य | pos=n,g=m,c=1,n=d |
| अमृतौ | अमृत | pos=a,g=m,c=1,n=d |
| ऋतावृधौ | ऋतावृध् | pos=a,g=m,c=1,n=d |
| ऋते | ऋते | pos=i |
| देवास् | देव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| प्रपदेन | प्रपद | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| सूते | सू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |