महाभारतम् — 1.3.92
Original
Segmented
उवाच च एनम् वत्स उत्तङ्कैः किम् ते प्रियम् करवाणि इति धर्मतो हि शुश्रूषितो ऽस्मि भवता तेन प्रीतिः परस्परेण नौ संवृद्धा तद् अनुजाने भवन्तम् सर्वाम् एव सिद्धिम् प्राप्स्यसि गम्यताम् इति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| च | च | pos=i |
| एनम् | एनद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| वत्स | वत्स | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| उत्तङ्कैः | उत्तङ्क | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| प्रियम् | प्रिय | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| करवाणि | कृ | pos=v,p=1,n=s,l=lot |
| इति | इति | pos=i |
| धर्मतो | धर्म | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| शुश्रूषितो | शुश्रूष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| ऽस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| भवता | भवत् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
| तेन | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| प्रीतिः | प्रीति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| परस्परेण | परस्पर | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| नौ | मद् | pos=n,g=,c=6,n=d |
| संवृद्धा | संवृध् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अनुजाने | अनुज्ञा | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| भवन्तम् | भवत् | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| सर्वाम् | सर्व | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| सिद्धिम् | सिद्धि | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| प्राप्स्यसि | प्राप् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
| गम्यताम् | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| इति | इति | pos=i |