महाभारतम् — 1.32.9
Original
Segmented
अभ्यसूयन्ति सततम् परस्परम् अमित्र-वत् ततो ऽहम् तप आतिष्ठे न एतान् पश्येयम् इति उत
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अभ्यसूयन्ति | अभ्यसूय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| सततम् | सततम् | pos=i |
| परस्परम् | परस्पर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अमित्र | अमित्र | pos=n,comp=y |
| वत् | वत् | pos=i |
| ततो | ततस् | pos=i |
| ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| तप | तपस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| आतिष्ठे | आस्था | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| न | न | pos=i |
| एतान् | एतद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| पश्येयम् | पश् | pos=v,p=1,n=s,l=vidhilin |
| इति | इति | pos=i |
| उत | उत | pos=i |