महाभारतम् — 1.36.1
Original
Segmented
शौनक उवाच जरत्कारुः इति प्रोक्तम् यत् त्वया सूत-नन्दन इच्छामि एतत् अहम् तस्य ऋषेः श्रोतुम् महात्मनः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| शौनक | शौनक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| जरत्कारुः | जरत्कारु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| प्रोक्तम् | प्रवच् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| सूत | सूत | pos=n,comp=y |
| नन्दन | नन्दन | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| इच्छामि | इष् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| ऋषेः | ऋषि | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| श्रोतुम् | श्रु | pos=vi |
| महात्मनः | महात्मन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |