महाभारतम् — 1.42.1
Original
Segmented
सूत उवाच एतत् श्रुत्वा जरत्कारुः दुःख-शोक-परायणः उवाच स्वान् पितॄन् दुःखाद् बाष्प-संदिग्धया गिरा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सूत | सूत | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| जरत्कारुः | जरत्कारु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| दुःख | दुःख | pos=n,comp=y |
| शोक | शोक | pos=n,comp=y |
| परायणः | परायण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| स्वान् | स्व | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| पितॄन् | पितृ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| दुःखाद् | दुःख | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| बाष्प | बाष्प | pos=n,comp=y |
| संदिग्धया | संदिह् | pos=va,g=f,c=3,n=s,f=part |
| गिरा | गिर् | pos=n,g=f,c=3,n=s |